सरस्वती पूजा एव बसंतोत्सव के साथ साथ मनाया गणतन्त्र दिवस
सरस्वती पूजा एव बसंतोत्सव के साथ साथ मनाया गणतन्त्र दिवस
Venue : सॉफ्टवेयर के क्षेत्र में देश की अग्रणी कंपनी समन्वय आईएमएस प्राइवेट लिमिटेड
जयपुर @ समन्वय आईएमएस प्राइवेट लिमिटेड (समन्वय "द इंफॉर्मेशन मैनेजमेंट सिस्टम") के कार्यालय में निर्देशक श्री राधा अग्रवाल ने सरस्वती पूजा के साथ बसंतोत्सव प्रारंभ किया। निर्देशक श्री राधा अग्रवाल ने बताया कि इस साल बसंत पंचमी का पर्व 26 जनवरी यानी आज मनाया जा रहा है। बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा अर्चना की जाती है। इस दिन से बसंत ऋतु का आरंभ होता है। बसंत पंचमी का पर्व मां सरस्वती के अवतरण दिवस में रूप में मनाया जाता है। हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी मनाई जाती है।
पौराणिक कथाओं के अनुसार, एक बार ब्रह्माजी संसार के भ्रमण पर निकले हुए थे। उन्होंने जब सारा ब्रह्माण्ड देखे तो उन्हें सब मूक नजर आया। यानी हर तरफ खामोशी छाई हुई थी। इसे देखने के बाद उन्हें लगा कि संसार की रचना में कुछ कमी रह गई है। इसके बाद ब्रह्माजी एक जगह पर ठहर गए और उन्होंने अपने कमंडल से थोड़ा जल निकालकर छिड़क दिया। तो एक महान ज्योतिपुंज में से एक देवी प्रकट हुईं, जिनके हाथों में वीणा और चेहरे पर बहुत ज्यादा तेज था। यह देवी थीं सरस्वती, उन्होंने ब्रह्माजी को प्रणाम किया। मां सरस्वती के अवतरण दिवस के रूप में बसंत पंचमी का पर्व मनाया जाता है।
ब्रह्माजी ने सरस्वती से कहा कि इस संसार में सभी लोग मूक है। ये सभी लोग बस चल रहे हैं इनमें आपसी संवाद नहीं है। ये लोग आपस में बातचीत नहीं कर पाते हैं। इस पर देवी सरस्वती ने पूछा की प्रभु मेरे लिए क्या आज्ञा है? ब्रह्माजी ने कहा देवी आपको अपनी वीणा की मदद की इन्हें ध्वनि प्रदान करो। ताकि ये लोग आपस में बातचीत कर सकें। एक दूसरे की तकलीफ को समझ सकें। इसके बाद मां सरस्वती ने सभी को आवाज प्रदान करी।
उसके बाद निर्देशक श्री राधा अग्रवाल व मैनेजर रवि अग्रवाल द्वारा ध्वजारोहण किया गया । मैनेजर रवि अग्रवाल ने सभी को देश सेवा के लिये पे्ररित करते हुए कहा कि हमे अपने ऊपर आत्म नियंत्रण रखते हुये व्यक्तिगत हित की जगह राष्ट्रीय हित के आधार पर कार्य करना चाहिये। हमारी कार्यो का उद्देष्य केवल हमारा विकास ही नहीं बल्कि राष्ट्र विकास होना चाहिये। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अशोक कुमार अग्रवाल ने कहा कि हम सभी को राजनीतिक स्वतंत्रता तो प्राप्त हो गई है, लेकिन हमें सामाजिक व आर्थिक स्वतंत्रता एवं समानता स्थापित करनी है। उसके लिये हम सभी को अपनी वैचारिक पद्धति को बदलना होगा।
कार्यक्रम के अंत में श्री मुदिता अग्रवाल ने अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुये सभी को स्वावलम्बी बनने के लिये प्रेरित किया क्योकिं स्वावलम्बी नागरिक ही स्वावलम्बी भारत का निर्माण कर सकता है।
उल्लेखनीय है कि, समन्वय "द इंफॉर्मेशन मैनेजमेंट सिस्टम" (समन्वय आईएमएस प्राइवेट लिमिटेड) सॉफ्टवेयर के क्षेत्र में देश की अग्रणी कंपनी है।