महारानी कॉलेज में डिजिटल लाइब्रेरी मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर पर एक सप्ताह की कार्यशाला का आयोजन
महारानी कॉलेज में डिजिटल लाइब्रेरी मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर पर एक सप्ताह की कार्यशाला का आयोजन

Venue : University Of Maharani College, Jaipur
डिजिटल लाइब्रेरी में पुस्तकों की जानकारी मोबाइल पर उपलब्ध

महारानी कॉलेज में डिजिटल लाइब्रेरी मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर पर एक सप्ताह की कार्यशाला का आयोजन

 

जयपुर @ पुस्तकालय किसी भी शिक्षण संस्थान का दिल होता है। इस उद्देश्य के साथ, वर्तमान डिजिटल युग में नवागंतुक छात्राओं को कॉलेज के डिजिटल पुस्तकालय के उपयोग बारे में परिचय कराने के लिए एक सप्ताह की कार्यशाला का आयोजन किया गया। कॉलेज के प्राचार्या और कार्यशाला अध्यक्ष प्रोफेसर मुक्ता अग्रवाल ने कार्यशाला का उद्घाटन किया तथा बताया की महारानी महाविद्यालय की लाइब्रेरी लगभग सवा लाख से अधिक पुस्तकों के साथ शहर का सबसे बड़ा पुस्तकालय है। पुस्तकालय में उपलब्ध पुस्तकों की जानकारी मोबाइल पर उपलब्ध कराने तथा प्रतियोगी परीक्षाओं के तैयारी करने में भी सहायता हेतु, कॉलेज लाइब्रेरी में पिछले तीन वर्षों से डिजिटल लाइब्रेरी सॉफ्टवेयर का उपयोग जा रहा है। समन्वय "द इंफॉर्मेशन मैनेजमेंट सिस्टम" के सास आधारित डिजिटल लाइब्रेरी ऑटोमेशन सॉफ्टवेयर (डीएलआईएमएस) की सहायता से सभी पुस्तकों का ऑनलाइन रिकॉर्ड उपलब्ध है। जिससे छात्राएं अपने मोबाइल ही लाइब्रेरी में पुस्तकों की उपलब्धता, उन्हें जारी करने की स्थिति के बारे में पता लगा सकती है। छात्राएं अपने ऑनलाइन अकाउंट से यह भी पता लगा सकती है. कि उन्होने कितनी किताबें जारी करा रखी है और उन्हें वापस जमा कराने की अंतिम तिथि क्या है।

छात्राएं अपने मोबाइल से अपने लिए नई नई किताबों को ढूंढ सकेंगे तथा उन्हें उन्हें ऑनलाइन जारी करा सकती है।  कार्यशाला संयोजक प्रोफेसर संगीता भार्गव ने बताया पुस्तकालय में उपलब्ध पुस्तकों की ट्रैकिंग और छात्राओं को जारी की जाने वाली पुस्तकें तथा छात्राओं के बीच लोकप्रिय पुस्तकों की स्तिथि के बारे में सही जगह पर और सही समय पर सही जानकारी प्राप्त करना आसान हो गया है।  संयोजक डॉ सरिता कुमारी ने प्रतिभागियों को शिक्षा, ज्ञान, प्रशिक्षण और कार्यशाला में अंतर बताते हुए पुस्तकालय स्वचालन के प्रयोग और डिजिटल युग में आटोमेशन से अपडेट रहने का सुझाव दिया तथा प्रतिभागियों को पुस्तकालय में संचालित नई तकनीकों/पुस्तकालय स्वचालन सॉफ्टवेयर सोल के उपयोग का प्रशिक्षण दिया।

पुस्तकालय के प्रभारी अधिकारी तथा कार्यशाला आयोजन सचिव सुश्री पूनम सैन छात्राओं को शुभकामनाओं के साथ-साथ कहा उन्हे भरोसा है, छात्राएं इस डिजिटल लाइब्रेरी की सुविधाओं का भरपूर उपयोग करेंगी और साथ ही अपने लिए एक उज्जवल भविष्य का निर्माण करेगी। डॉ. रवि अग्रवाल ने समन्वय के सास आधारित डिजिटल लाइब्रेरी ऑटोमेशन सॉफ्टवेयर (डीएलआईएमएस) तथा कॉलेज प्रबन्धन टूल के विषय में छात्राओं को सैद्धांतिक और प्रायोगिक सूचना प्रदान की। डॉ पूरा राम जी, ने बताया कि वर्कशॉप में 400 से ज्यादा छात्राओं ने हिस्सा लिया है। उन्होंने यूजीसी द्वारा घोषित प्लेगरिज्म के नए नियमों से भी छात्रों को अवगत कराया। वर्कशॉप के अंत में सभी विद्यार्थियों को सर्टिफिकेट दिए गए।

उल्लेखनीय है कि, सास आधारित डिजिटल लाइब्रेरी ऑटोमेशन सॉफ्टवेयर (डीएलआईएमएस), सॉफ्टवेयर  के क्षेत्र में अग्रणी कंपनी समन्वय "द इंफॉर्मेशन मैनेजमेंट सिस्टम" द्वारा प्रदान किया गया है।